मेरी शादी कब होगी कैसे जाने

Date : 2023-05-06

मेरी शादी कब होगी कैसे जाने


चन्द्रमा द्वारा शादी का निर्धारण


कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में चन्द्रमा बैठे हुए है या सप्तम भाव पर चन्द्रमा की दृष्टि है इस स्थिति में 24वे वर्ष में विवाह होने के योग बनते है। लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।


सूर्य द्वारा शादी का निर्धारण

कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में सूर्य बैठे हुए हो या सप्तम भाव पर सूर्य की दृष्टि हो या सप्तम भाव के मालिक पर सूर्य की दृष्टि हो तो शादी 22वे वर्ष में होने के योग बनते है। लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।



शुक्र द्वारा शादी का निर्धारण

कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में शुक्र बैठे हुए हो या सप्तम भाव पर शुक्र की दृष्टि हो या सप्तम भाव के मालिक पर शुक्र की दृष्टि हो तो शादी 25वे वर्ष में होने के योग बनते है। लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।


बृहस्पति द्वारा शादी का निर्धारण

कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में बृहस्पति बैठे हुए हो या सप्तम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि हो या सप्तम भाव के मालिक पर बृहस्पति की दृष्टि हो तो शादी 26वे वर्ष में होने के योग बनते है। लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।


बुध द्वारा शादी का निर्धारण

कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में बुध बैठे हुए हो या सप्तम भाव पर बुध की दृष्टि हो या सप्तम भाव के मालिक पर बुध की दृष्टि हो तो शादी 25वे तक शादी हो जाती है लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।


मंगल द्वारा शादी का निर्धारण

कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में मंगल बैठे हुए हो या सप्तम भाव पर मंगल की दृष्टि हो या सप्तम भाव के मालिक पर मंगल की दृष्टि हो तो शादी 28वे वर्ष में होने के योग बनते है। लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर किसी पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।


शनि द्वारा शादी का निर्धारण

कुंडली में सप्तम भाव शादी का होता है अगर कुंडली में सप्तम भाव में शनि बैठे हुए हो या सप्तम भाव पर शनि की दृष्टि हो या सप्तम भाव के मालिक पर शनि की दृष्टि हो तो शादी 30वे वर्ष की आयु के बाद शादी के योग बनते है। लेकिन शर्त यह है की सप्तम भाव पर या सप्तम भाव के मालिक पर राहु केतु जैसे पाप ग्रह की दृष्टि नहीं होनी चाहिए। अगर किसी पाप ग्रह की दृष्टि होगी तो शादी में देरी होगी। इसके लिए उपाय करने चाहिए।


जल्दी शादी के उपाय

● जल्दी शादी के लिए प्रत्येक वीरवार पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करे।

● जल्दी शादी के लिए लड़कियों को वीरवार का व्रत करना चाहिए।

● जल्दी शादी के लिए लड़कियों को पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।


● जल्दी शादी के लिए लड़कियों को प्रतिदिन सुबह बृहस्पति के मंत्र की एक माला का जाप जरूर करना चाहिए ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः।

● जल्दी शादी के लिए लड़को को प्रत्येक शुक्रवार व्रत करना चाहिए।

● जल्दी शादी के लिए लड़को को छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

● जल्दी शादी के लिए लड़को को प्रतिदिन सुबह शुक्र के मंत्र की एक माला का जाप जरूर करना चाहिए ॐ शुं शुक्राय नमः।


● शादी की रूकावट को दूर करने के लिए लड़का और लड़की दोनों को प्रतिदिन सुबह पक्षियों को सतनाज जरूर खिलाना चाहिए इससे पाप ग्रहो की शांति होती है।




ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा 

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