शनि राहु की युति के फल कुंडली के बारह भावो में

Date : 2021-04-12

शनि राहु की युति के फल कुंडली के बारह भावो में

१ यदि कुंडली में लग्न में शनि राहु की युति है तो स्वास्थ्य खराब रहने के योग बनते है। बड़ी बीमारी के योग बनते है। गलत संगत में रहने के योग बनते है ऐसा जातक जिद्दी स्वभाव का होता है। ऐसा जातक आलसी होता है। ऐसे जातक की मैरिड लाइफ में समस्या रहती है। मैरिड लाइफ अच्छी नहीं होती है।

२ यदि कुंडली में दूसरे स्थान में शनि राहु की युति हो तो परिवार से दूर रहने के योग बनते है। परिवार से मतभेद रहते है। आंखे कमजोर होती है। धन संचय में कमी रहती है। धन हानि होती है। मुख के रोग होते है। नशा करने के योग बनते है। व्यर्थ के खर्चे लगे रहते है।

३ यदि कुंडली के तीसरे स्थान में शनि राहु की युति हो तो छोटे भाई बहन के सुख में कमी रहती है। ऐसे जातक को मेहनत के अनुसार फल की प्राप्ति नहीं होती है ऐसे जातक की मेहनत व्यर्थ हो जाती है। पड़ोसियों से मतभेद और झगड़े होते है। छोटी यात्राओं में ऐसे जातक को समस्या होती है। छाती, दमा की समस्या की सम्भावना रहती है।

४ यदि कुंडली के चौथे स्थान में शनि राहु की युति हो तो जन्म स्थान छूटने के योग बनते है जन्म स्थान से दूर सफलता प्राप्त होती है। अपना स्वयं का मकान बनने में देरी और रूकावट के योग बनते है। अपना स्वयं का मकान भी जन्म स्थान से दूर बनता है। माता को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या रहती है। मन बेचैन और परेशान रहता है। प्रॉपर्टी से जुड़े वाद विवाद होते है। वेहिकल के सुख में कमी रहती है।

५ यदि कुंडली के पाचवे स्थान में शनि राहु की युति हो तो ऐसे जातक को पेट और पाचन किया की समस्या होती है पेट में कीड़े होने की सम्भावना रहती है। पढ़ाई में समस्या रहती है पढ़ाई पूरी होने में रूकावट आती है। मित्र अच्छे नहीं होते है मित्र धोखा देने वाले होते है। लव अफेयर में सफलता प्राप्त नहीं होती है लव अफेयर में धोखा होता है। ऐसे जातक की प्लानिंग सफल नहीं होती है। संतान सुख भी देर से प्राप्त होने के योग बनते है।

६ यदि कुंडली के छठे स्थान में शनि राहु की युति हो तो कोर्ट केस के योग बनते है वाद विवाद के योग बनते है स्वास्थ्य खराब होने के योग बनते है कर्ज की सम्भावना रहती है। लड़ाई झगड़े के योग बनते है। मामा मौसी के सुख में कमी रहती है।

७ यदि कुंडली के सप्तम भाव में शनि राहु की युति हो तो शादी देर से होती है और शादी के बाद पति पत्नी के बीच मतभेद और लड़ाई झगड़े होते है। मैरिड लाइफ अच्छी नहीं रहती है। गृहस्त सुख में कमी रहती है। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर नुकसान होने के योग बनते है पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर धोखा होने के योग बनते है।

८ यदि कुंडली के आठवे स्थान में शनि राहु की युति हो तो कब्ज, पाइल्स जैसी समस्या के योग बनते है धन हानि के योग बनते है आंखे कमजोर होती है परिवार से अलगाव की सम्भावना रहती है। अचानक धन हानि के योग बनते है। कार्य क्षेत्र में समस्या रहती है करियर में स्थिरता और तरक्की प्राप्त होने में रूकावट रहती है। संतान सुख भी देर से प्राप्त होने के योग बनते है।

९ यदि कुंडली के नोवे स्थान में शनि राहु की युति हो तो भाग्य में रूकावट रहती है प्रत्येक कार्य में बाधाए आती है। भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होता है मेहनत के अनुसार फल की प्राप्ति नहीं होती है लम्बी दूरी की यात्रा करने में समस्या आती है। लाभ में रूकावट रहती है। छोटे भाई बहनो से मतभेद होते है। वाद विवाद के योग बनते है।

१० यदि कुंडली के दसवे स्थान में शनि राहु की युति हो तो करियर में स्थिरता नहीं होती है बार बार जॉब चेंज करने के योग बनते है कार्य बदलने के योग बनते है। करियर में समस्या रहती है पिता को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या रहती है रात को देर से नींद आती है। जन्म स्थान से दूर रहने के योग बनते है। शादी देर से होती है। व्यर्थ के खर्चे होते है।

११ यदि कुंडली के ग्यारवे स्थान में शनि राहु की युति हो तो लाभ में रूकावट रहती है अच्छी इनकम होने में रूकावट रहती है। ऐसा जातक थोड़ा जिद्दी स्वभाव का होता है। आलसी होता है। संतान सुख देर से प्राप्त होता है मित्र अच्छे नहीं होते है मित्रो से धोखा प्राप्त होता है।

१२ यदि कुंडली के बारवे स्थान में शनि राहु की युति हो तो जेल जाने की सम्भावना बनती है। कोर्ट केस के योग बनते है। रात को देर से नींद आती है। खर्चे अधिक होते है। भाग्य में रूकावट रहती है धन हानि के योग बनते है। वाद विवाद के योग बनते है परिवार से मतभेद होते है आंखे कमजोर होने के योग बनते है।

ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

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