सप्तमेश के बारवे स्थान में होने के फल

Date : 2021-08-03

सप्तमेश के बारवे स्थान में होने के फल

१ सप्तम भाव का मालिक शुभ ग्रह होकर बारवे स्थान में बैठा हो और उसके साथ कोई अन्य शुभ ग्रह भी हो तो शादी के बाद विदेश जाने के योग बनते है या शादी विदेश में होने के योग बनते है।

२ सप्तम भाव का मालिक अगर बारवे स्थान में हो तो पति पत्नी के बीच अलगाव के योग भी बनते है क्योकि बारवा स्थान अलगाव का होता है इसलिए सप्तम भाव के मालिक का बारवे स्थान में होना अच्छा योग नहीं है इस स्थिति में पति पत्नी के बीच अलगाव होने की सम्भावना रहती है।

३ सप्तम भाव का मालिक जब बारवे स्थान में होता है तो शादी के बाद खर्चे भी अधिक होते है क्योकि बारवा स्थान खर्च का भी होता है इसलिए सप्तम भाव के मालिक के बारवे स्थान में होने के कारण शादी के बाद खर्चे अधिक होते है।

४ सप्तम भाव का मालिक अगर कोई शुभ ग्रह हो और बारवे स्थान में बैठा हो तो शादी के बाद शुभ कार्यो पर पैसा खर्च होता है दान धर्म और पुण्य कार्य करने में खर्चा होता है।

५ सप्तम भाव का मालिक अगर कोई पाप ग्रह हो और बारवे स्थान में बैठा हो तो शादी के बाद गलत कार्यो में धन खर्च होने के योग बनते है व्यर्थ में धन हानि के योग बनते है। अतः ये स्थिति अच्छी नहीं है।

५ सप्तम भाव का मालिक बारवे स्थान में होने के कारण अस्पताल और वाद विवाद पर खर्च होने के योग बनते है क्योकि बारवा स्थान अस्पताल का होता है और बारवे स्थान के मालिक की दृष्टि छठे स्थान पर होने के कारण वाद विवाद पर खर्च होने के योग बनते है क्योकि छठा स्थान वाद विवाद का होता है। अतः ये स्थिति भी अच्छी नहीं है।

ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

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