मेष लग्न में सूर्य बुध की युति के फल बारह भावो में

Date : 2021-04-13

मेष लग्न में सूर्य बुध की युति के फल बारह भावो में

१ मेष लग्न में लग्न में सूर्य बुध होने पर हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। उच्च कोटि के मित्र बनते है लेकिन मित्रो के साथ लड़ाई झगड़े और वाद विवाद भी होते है। पेट से संबधित समस्या की संभावना रहती है। ऐसे जातक की हाइट लम्बी होती है। ऐसा जातक बहुत मेहनती होता है। छोटे भाई बहन का सुख प्राप्त होता है। संतान अच्छी होती है लेकिन संतान को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या की सम्भावना बनती है। लव अफेयर में लड़ाई झगड़े और धोखे के योग बनते है। हेयर फॉल की समस्या होती है।

२ मेष लग्न में दूसरे स्थान में सूर्य बुध की युति होने पर परिवार में लड़ाई झगड़े होते है। आंखे कमजोर होने के योग बनते है। गले और मुख के रोग होते है। कर्ज की सम्भावना बनती है। परिवार में धन हानि के योग बनते है। व्यर्थ के खर्चे लगे रहते है। जिसके कारण अच्छी मात्रा में धन संचय नहीं हो पाता है।

३ मेष लग्न में यदि तीसरे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो ऐसा जातक बहुत मेहनती होता है। मेहनत से तरक्की करता है छोटी यात्राए करता है। हायर एजुकेशन प्राप्त करता है। छोटे भाई बहन भी तरक्की करने के वाले होते है। छोटे भाई बहन भी उच्च शिक्षित होते है।

४ मेष लग्न में यदि चौथे स्थन में सूर्य बुध की युति हो तो कर्ज और लोन के माध्यम से अपना मकान बनने के योग बनते है। जन्म स्थान से दूर अपना मकान बनने के योग बनते है। छाती, खांसी, चेस्ट इन्फेक्शन की सम्भावना बनती है। माता से लड़ाई झगड़े और मतभेद के योग बनते है माता को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या की सम्भावना बनती है। हायर एजुकेशन में रूकावट आती है।

५ मेष लग्न में यदि पाचवे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो पेट की समस्या होती है पढ़ाई में भी रूकावट आती है लेकिन पढ़ाई पूरी हो जाती है। मित्रो से लड़ाई झगड़े होते है। लव अफेयर में लड़ाई झगड़े होते है। प्लानिंग सफल होने में रूकावट रहती है। पढ़ाई के लिए लोन लेने के योग बनते है।

६ मेष लग्न में यदि छठे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो भी पेट की समस्या होती है पढ़ाई में रूकावट आती है। कर्ज के योग बनते है वाद विवाद के योग बनते है। संतान सुख में देरी होती है संतान रोगी होती है। मित्रो से लड़ाई झगड़े होते है।

७ मेष लग्न में यदि सप्तम भाव में सूर्य बुध की युति हो तो पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़े होते है। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर नुकसान होता है और धोखा भी होता है। जीवन साथी भी रोगी होता है।

८ मेष लग्न में यदि आठवे स्थान में सूर्य बुध हो तो कब्ज, पेट, पाइल्स की समस्या होती है। आंखे कमजोर होने के योग बनते है। परिवार में लड़ाई झगड़े होते है। धन हानि होती है। पढ़ाई में रूकावट आने के योग बनते है फेल होने के योग बनते है। मित्रो से लड़ाई झगड़े होते है। लव अफेयर टूटने के योग बनते है। संतान हानि की सम्भावना बनती है क्योकि इस योग के कारण गर्भपात के योग बनते है।

९ मेष लग्न में यदि नोवे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो भाग्य में रूकावट आती है लेकिन हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। स्वास्थ्य सम्बंधित कोई न कोई समस्या लगी रहती है। मेहनत के अनुसार भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होता है। संतान के पैदा होने के बाद भाग्य उदय होने के योग बनते है तरक्की के योग बनते है।

१० मेष लग्न में यदि दसवे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो करियर में तरक्की के योग बनते है। अगर सूर्य पर शनि का प्रभाव न हो और दशमांश कुंडली में भी सूर्य शनि का कोई सम्बन्ध न हो तो सरकारी नौकरी लगती है। करियर में उन्नति प्राप्त होने के योग बनते है।

११ मेष लग्न में यदि ग्यारवे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो लाभ में वृद्धि होती है। हायर एजुकेशन प्राप्त होती है। धन आने के योग बनते है। लेकिन पेट की समस्या रहती है।

१२ मेष लग्न में यदि बारवे स्थान में सूर्य बुध की युति हो तो पढ़ाई में रूकावट के योग बनते है। पढ़ाई में पूरी होने में समस्या रहती है। स्वास्थ्य खराब रहता है कर्ज के योग बनते है। वाद विवाद के योग बनते है। मित्रो से धोखा होता है लव अफेयर में धोखा होता है। संतान सुख में कमी रहती है संतान के दूर रहने के योग बनते है। संतान सुख भी देर से प्राप्त होता है आंखे कमजोर हो जाती है।

ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

Copyright © 2022 Astrologermaheshsharma.com . All Rights Reserved.