Date : 2022-03-05
- कुंडली में तीसरा स्थान हिम्मत, पराक्रम, छोटी यात्रा, छोटे भाई बहन, पड़ोसियों, कान, कंधे और हाथो का होता है।
- अगर कुंडली में तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो छोटे भाई बहन की तरफ से समस्या रहती है छोटे भाई बहनो के सुख में कमी रहती है उनका सपोर्ट पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं होगा।
- अगर कुंडली में तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो छोटी यात्रा में परेशानी आने के योग बनते है। छोटी यात्रा में कोई न कोई समस्या आ जाती है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो छोटे भाई बहनो में से किसी एक को मानसिक समस्या या डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो पड़ोसियों से मतभेद और झगड़े की स्थिति रहती है पड़ोसियों से सम्बन्ध अच्छे नहीं होते है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो कंधे में भी समस्या होती है। कंधे में दर्द की समस्या होती है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है इसके कारण कान में भी समस्या होती है कान में इन्फेक्शन होने की सम्भावना रहती है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो हिम्मत और पराक्रम में कमी रहती है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो मेहनत के अनुसार फल की प्राप्ति नहीं होती है मेहनत का पूर्ण रूप से फल प्राप्त नहीं होता है।
- अगर कुंडली के तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो ऐसा व्यक्ति ज्यादा मेहनती नहीं होता है।
- अगर कुंडली में तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो ऐसा व्यक्ति थोड़ा डरपोक होता है। वह जल्दी घबरा जाता है।
- अगर कुंडली में तीसरे स्थान में चंद्र राहु की युति है तो ऐसे जातक का मन परेशान और उदास रहता है मन में नकारात्मक विचार आते है।
चंद्र राहु के उपाय
- प्रतिदिन शाम को चन्द्रमा के मंत्र की एक माला का जाप जरूर करे ॐ सोम सोमाय नमः।
- प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर कच्चा दूध जरूर चढ़ाए और प्रतिदिन सुबह शिवलिंग पर जल भी चढ़ाए।
- राहु की शांति के लिए प्रतिदिन सुबह पक्षियों को सतनाज जरूर खिलाए।
- राहु की शांति के लिए प्रत्येक महीने के मंगलवार या शनिवार के दिन कुष्ट रोगियों को घर का बना भोजन खिलाए।
ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा
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