कुंडली के पहले स्थान में केमद्रुम दोष के क्या फल होते है और केमद्रुम दोष से बचने के लिए क्या उपाय करे

Date : 2022-04-11

कुंडली के पहले स्थान में केमद्रुम दोष के क्या फल होते है और केमद्रुम दोष से बचने के लिए क्या उपाय करे



- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर स्वास्थ्य कमजोर रहता है। लग्न से स्वास्थ्य का विचार किया जाता है इसलिए लग्न में केमद्रुम दोष होने पर स्वास्थ्य खराब रहता है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर इम्युनिटी पावर कमजोर रहती है जिसकी वजह से व्यक्ति बार बार बीमार हो जाता है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर व्यक्ति को बार बार कोल्ड, कफ की समस्या अधिक होती है। स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी लगी रहती है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर व्यक्ति मानसिक रूप से पीड़ित रहता है उसका मन परेशान और उदास रहता है। मन अशांत रहता है। मन में नकारात्मक विचार आते है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर व्यक्ति को डिप्रेशन होने के योग बन जाते है। लग्न में केमद्रुम दोष डिप्रेशन की समस्या देता है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर व्यक्ति शक्की स्वभाव का होता है। उसके छोटी छोटी बातो पर शक करने की आदत होती है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष से पीड़ित चन्द्रमा की दृष्टि सप्तम भाव पर होती है सप्तम भाव मैरिड लाइफ का होता है इसके कारण मैरिड लाइफ में समस्या रहती है। पति पत्नी के बीच मतभेद और झगड़े की स्थिति रहती है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर शादी में भी देरी होती है। अच्छे रिश्ते मिलने में समस्या आती है। जिसके कारण शादी में देरी होती है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर पति पत्नी की आयु में थोड़ा अंतर ज्यादा होता है। पति पत्नी के बीच ऐज डिफरेंस अधिक होता है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष से पीड़ित चन्द्रमा की दृष्टि सप्तम भाव पर होती है सप्तम भाव पार्टनरशिप में बिज़नेस का होता है इसलिए पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर नुकसान होता है। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर सफलता प्राप्त नहीं होती है। बिज़नेस पार्टनर से धोखा मिलने के योग बनते है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने के कारण बुढ़ापे में अकेले रहने की सम्भावना बनती है। ऐसे व्यक्ति का बुढ़ापा व्यतीत होता है।

- कुंडली में लग्न में केमद्रुम दोष होने पर व्यक्ति को अकेले रहने की आदत होती है। उसके एकांत अधिक पसंद होता है। इसलिए लग्न में केमद्रुम दोष होने पर व्यक्ति अकेले रहना ज्यादा पसंद करता है।


केमद्रुम दोष के दुष्प्रभाव से बचने के लिए

- केमद्रुम दोष से बचने के लिए चन्द्रमा ग्रह को मजबूत करना चाहिए इसके लिए प्रतिदिन शाम को चन्द्रमा के मंत्र की एक माला का जाप जरूर करे ॐ सोम सोमाय नमः।

- प्रत्येक सोमवार शंकर भगवान का व्रत करे।

- प्रत्येक सोमवार शिवलिंग पर कच्चा दूध जरूर चढ़ाए।

- प्रतिदिन सुबह शिवलिंग पर जल चढ़ाए।

- ज्योतिषी की सलाह पर चन्द्रमा ग्रह को मजबूत करने के लिए मोती रत्न धारण करना बहुत लाभदायक रहता है।

- चन्द्रमा को मजबूत करने के लिए गले में चांदी की चैन भी धारण कर सकते है।

- चन्द्रमा को मजबूत करने के लिए सबसे छोटी ऊँगली में चांदी का छल्ला भी धारण कर सकते है।

- चन्द्रमा को मजबूत करने के लिए दो मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते है।

- पूर्णमासी वाली शाम को शिव मंदिर में दूध या चावल का दान करना चाहिए।

- चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें। रुद्राक्ष की माला पहनें।

 

ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

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