Date : 2021-03-23
१ जब कुंडली में चंद्र शनि एक साथ होते है तो विष दोष का निर्माण होता है। लग्न में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर स्वास्थ्य खराब रहता है। स्वास्थ्य कमजोर रहता है। ऐसा जातक शक्की स्वभाव का होता है। सुंदरता में परेशानी आती है। मैरिड लाइफ में भी समस्या के योग बनते है। मानसिक तनाव रहता है मन परेशान रहता है।
२ कुंडली में दूसरे स्थान में चंद्र शनि होने पर परिवार से दूर रहने के योग बनते है। पारिवारिक सुख में कमी रहती है भोजन में ऐसे जातक की रूचि ज्यादा नहीं होती है। ऐसे जातक में अंदर वाणी दोष होता है। ऐसा जातक नशा करता है। ऐसे जातक के अंदर गाली देने की आदत होगी। ऐसे जातक को मुख के रोग होते है। धन संचय में कमी रहती है व्यर्थ में धन हानि के योग बनते है।
३ तीसरे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर छोटे भाई बहन के सुख में कमी रहती है। ऐसे जातक को मेहनत का पूर्ण रूप से फल प्राप्त नहीं होता है। ऐसा जातक आलसी होता है ऐसा जातक ज्यादा मेहनती नहीं होता है। ऐसे जातक के छोटे भाई बहन में से कोई एक मंद बुद्धि भी हो सकता है। ऐसे जातक को कान, छाती, दमा की समस्या हो सकती है।
४ चौथे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर जन्म स्थान छूटने के योग बनते है जन्म स्थान से दूर सफलता प्राप्त होने के योग बनते है। प्रॉपर्टी सुख में कमी रहती है अपना स्वयं का मकान बनने में देरी और रूकावट के योग बनते है। माता से मतभेद के योग बनते है माता को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या रहने के योग बनते है। ऐसे जातक को स्वयं को खांसी, चेस्ट इन्फेक्शन जैसी समस्या होने के योग बनते है। मानसिक तनाव और डिप्रेशन के योग बनते है। प्रॉपर्टी को लेकर वाद विवाद हो सकता है।
५ पाचवे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर संतान सुख देर से प्राप्त होता है। संतान को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या की सम्भावना रहती है। संतान मंद बुद्धि हो सकती है या संतान को शारीरिक समस्या हो सकती है। ऐसे जातक को हायर एजुकेशन में रूकावट रहती है पढ़ाई में ऐसे जातक का मन नहीं लगता है पढ़ाई पूरी होने में समस्या रहती है। ऐसे जातक को पेट से सम्बंधित समस्या हो सकती है। मित्र गलत संगत के होते है। ऐसे जातक को लव अफेयर में सफलता प्राप्त नहीं होती है। लव अफेयर में धोखा होने के योग बनते है। ऐसे जातक की प्लानिंग सफल नहीं होती है।
६ कुंडली में छठे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर कोर्ट केस के योग बनते है। ऐसे जातक को शत्रुओ से परेशानी रहती है। लड़ाई झगड़े और वाद विवाद के योग बनते है। डिप्रेशन के योग बनते है। मामा मौसी के सुख में कमी रहती है। कर्ज के योग बनते है। कफ, खांसी की समस्या हो सकती है। व्यर्थ के खर्च होने के योग बनते है।
७ सप्तम भाव में चंद्र शनि का विष दोष होने पर मैरिड लाइफ खराब रहती है। जीवन साथी को स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या रहती है। जीवन साथी के साथ लड़ाई झगड़े होते है। मैरिड लाइफ खराब रहती है। पार्टनरशिप में बिज़नेस करने पर नुकसान और धोखा होने के योग बनते है। मानसिक तनाव के योग बनते है मन परेशान रहता है।
८ आठवे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर कब्ज, पाइल्स जैसी समस्या के योग बनते है। डिप्रेशन के योग बनते है। पारिवारिक सुख में कमी रहती है। ससुराल से लड़ाई झगड़े रहते है। ससुराल वालो से सम्बन्ध अच्छे नहीं होते है। अचानक धन हानि के योग बनते है। कफ,खांसी, गला खराब रहता है।
९ नोवे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर भाग्य में रूकावट रहती है मेहनत के अनुसार भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होता है प्रत्येक कार्य में रूकावट रहती है। लम्बी दूरी की यात्राओं में समस्या रहती है। धार्मिक यात्राओं में समस्या रहती है। धर्म के प्रति आस्था में कमी आती है।
१० दसवे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर कार्य क्षेत्र में समस्या रहती है करियर में तरक्की प्राप्त होने में रूकावट रहती है कार्य स्थल पर वाद विवाद के योग बनते है। मानसिक तनाव रहता है। करियर को लेकर मन परेशान रहता है। पिता को स्वास्थ्य सम्बंधित और करियर से जुडी समस्या रहती है।
११ ग्यारवे स्थान में चंद्र शनि होने पर वाद विवाद और कोर्ट केस के योग बनते है। स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या रहती है। धन लाभ में रूकावट रहती है। मित्रो से वाद विवाद के योग बनते है। संतान सुख में देरी और रूकावट के योग बनते है हायर एजुकेशन में रूकावट रहती है। अगर ग्यारवे स्थान का मालिक भी कुंडली में पीड़ित हो तो अच्छी इनकम होने में रूकावट रहती है। प्लानिंग सफल होने में समस्या रहती है। लव अफेयर में सफलता प्राप्त नहीं होती है।
१२ कुंडली में बारवे स्थान में चंद्र शनि का विष दोष बनने पर स्वास्थ्य खराब रहता है। स्वास्थ्य को लेकर कोई न कोई दवाइया खानी पड़ती है। दवाइयों पर पैसे खर्च होते है। व्यर्थ में धन हानि के योग बनते है। जुए सट्टे, लॉटरी में धन हानि होती है। नशे के योग बनते है। मानसिक तनाव रहता है। मन परेशान रहता है। नींद से जुडी समस्या के योग बनते है। वाद विवाद के योग बनते है।
ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा
2021-02-12
2021-02-11
2023-01-13
Copyright © 2022 Astrologermaheshsharma.com . All Rights Reserved.