चन्द्रमा से दसवे स्थान पर बनने वाले गजकेसरी योग के फल

Date : 2022-02-05

चन्द्रमा से दसवे स्थान पर बनने वाले गजकेसरी योग के फल

 

दोस्तों कुंडली में कई प्रकार के राजयोग होते है। उन राजयोग में से एक राजयोग होता है गजकेसरी योग। गजकेसरी योग चार प्रकार से बनता है पहला प्रकार जब चन्द्रमा बृहस्पति दोनों साथ में होते है। दूसरा प्रकार जब कुंडली में चन्द्रमा से चौथे स्थान में बृहस्पति होता

है। तीसरा प्रकार जब चन्द्रमा से सप्तम भाव में बृहस्पति होता है। चौथा प्रकार जब कुंडली में चन्द्रमा से दसवे स्थान में बृहस्पति होता है। इस पोस्ट में हम चौथे प्रकार के गजकेसरी योग के बारे में विश्लेषण करेंगे। दोस्तों कुंडली में दसवा स्थान करियर का होता है

इसलिए चन्द्रमा से दसवे स्थान में बृहस्पति के होने के कारण चौथे प्रकार का गजकेसरी योग बनता है इस गजकेसरी योग में जातक का करियर बहुत अच्छा होता है ऐसे जातक को करियर में बड़ी सफलता प्राप्त होती है उसे अपने करियर में मान सम्मान की प्राप्ति भी

होती है और धन की प्राप्ति होती है करियर ऐसे जातक का सदैव अच्छा रहता है चाहे ये गजकेसरी योग किसी भी लग्न कुंडली में क्यों न बना हो। चाहे बृहस्पति और चन्द्रमा उन लग्नो में योग कारक ग्रह हो या न हो तो भी चन्द्रमा से दसवे स्थान में बृहस्पति द्वारा

बनने वाले गजकेसरी योग के फल निश्चित तोर पर शुभ ही प्राप्त होते है। चार प्रकार के गजकेसरी योग में से सबसे अच्छे फल चन्द्रमा से दसवे स्थान पर बृहस्पति के बैठने से बनने वाले गजकेसरी योग का प्राप्त होता है ऐसा प्रैक्टिकल में देखा गया है अतः जिन लोगो

की कुंडली में चन्द्रमा से दसवे स्थान में बृहस्पति बैठा हुआ है उन लोगो का करियर निश्चित तोर पर अच्छा रहेगा। उनको करियर में बड़ी सफलता प्राप्त होगी। मान सम्मान प्राप्त होगा और धन की प्राप्ति होगी।

ज्योतिषाचार्य : महेश शर्मा

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